tag:blogger.com,1999:blog-3050756337711881180.post7797717920800668432..comments2023-10-31T21:51:15.798+05:30Comments on ISHQ PREET LOVE : तुम यौवन की राजकुमारी में पीड़ा शहजादा हूँबाल भवन जबलपुर http://www.blogger.com/profile/04796771677227862796noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-3050756337711881180.post-1697005432670613652009-12-07T23:29:40.100+05:302009-12-07T23:29:40.100+05:30वर्मा जी अब देखिये
भयवश दूर न हो जाओ तुम कैसे ...वर्मा जी अब देखिये <br />भयवश दूर न हो जाओ तुम कैसे कहो तुम्हें पुकारूं प्रियतम !<br />कपिला जी कवि-मन तो नारी से भी कोमल होता है<br />आप तो जानतीं है "आह से पहले गान का उपजना "बाल भवन जबलपुर https://www.blogger.com/profile/04796771677227862796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3050756337711881180.post-73913790669686085822009-12-07T13:11:12.108+05:302009-12-07T13:11:12.108+05:30तुम यौवन की राजकुमारी में पीड़ा शहजादा हूँ। वाह वा...तुम यौवन की राजकुमारी में पीड़ा शहजादा हूँ। वाह वाह आज तक तो नारी की पहचान ही पीडा से सुनी थी । मगर शह्ज़ादा ? वाह बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति है। निशब्द कर दिया इस रचना ने शुभकामनायेंनिर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3050756337711881180.post-63491717160612088832009-12-07T10:33:17.493+05:302009-12-07T10:33:17.493+05:30शुक्रिया जी
वाणी जी महफूज़ भाई, सुमन जी, वर्मा जी
...शुक्रिया जी<br />वाणी जी महफूज़ भाई, सुमन जी, वर्मा जी<br />आभार<br />प्रथम प्रीत की बातें हैं<br />गीत वहीं तक जाते हैंबाल भवन जबलपुर https://www.blogger.com/profile/04796771677227862796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3050756337711881180.post-38723046144531639132009-12-07T09:44:41.711+05:302009-12-07T09:44:41.711+05:30सुंदर पंक्तियों के साथ ......... सुंदर पोस्ट.........सुंदर पंक्तियों के साथ ......... सुंदर पोस्ट...........डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)https://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3050756337711881180.post-40465081704415772672009-12-07T07:40:57.426+05:302009-12-07T07:40:57.426+05:30ह्रदय उदगार प्रकट कहने का अनुरोध बहुत सुरीला है ....ह्रदय उदगार प्रकट कहने का अनुरोध बहुत सुरीला है ....<br />सुन्दर ...!!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3050756337711881180.post-67177455707776897832009-12-07T04:35:21.200+05:302009-12-07T04:35:21.200+05:30भय वश भाग न जाओ मुझसे कैसे तुम्हें पुकारूं प्रियतम...भय वश भाग न जाओ मुझसे कैसे तुम्हें पुकारूं प्रियतम'<br />शायद यही भय है जो अव्यक्त रह जाने की पीडा लिये उम्र भर सालता रहता है.<br />बेहतरीन पंक्तिया - सुन्दर अभिव्यक्तिM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3050756337711881180.post-36603354213867836552009-12-07T03:57:40.524+05:302009-12-07T03:57:40.524+05:30आभार कमांडर इन चीफआभार कमांडर इन चीफबाल भवन जबलपुर https://www.blogger.com/profile/04796771677227862796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3050756337711881180.post-84094675194360343502009-12-07T03:43:36.177+05:302009-12-07T03:43:36.177+05:30तुम यौवन की राजकुमारी में पीड़ा शहजादा हूँ
हिरनी स...तुम यौवन की राजकुमारी में पीड़ा शहजादा हूँ<br />हिरनी से भी अधिक चपल तुम, मर्यादा से मैं तागा हूँ<br /><br />-सुन्दर पंक्तियां.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com