प्रेम का सन्देश देता ब्लॉग

Wikipedia

खोज नतीजे

सोमवार, 6 सितंबर 2021

ये दाग़ तोहमतों के, छुपाए नहीं जाते

ग़ज़ल 

एहसास मोहब्बत के, भुलाए नहीं जाते
ये दाग़ तोहमतों के,  छुपाए नहीं जाते ।।
मैं जानता हूं उनके ख्वाबों में बसा हूं
लम्हे किसी के ख़्वाब से, चुराए नहीं जाते ।।
चर्चा है खुल चुकीं हैं, मज़हब की दुकानें-
ऐसे बाज़ार में हम कभी, आते नहीं जाते ।।
क्या ख़ूब नशीली हैं साक़ी की निगाहें -
क़तरे, मय के सुराही से, उठाये नहीं जाते ।।
अपनी तो आशिक़ी बस उस सनम से है-
 वास्ते जिसके   सर तन से हटाए नहीं जाते ।।
घर आएगा मुकुल के, कोई अपना ही आएगा-
आँगन में बबूल हमसे, लगाए नहीं जाते ।।
                     गिरीश बिल्लोरे मुकुल


1 टिप्पणी:

टिप्पणियाँ कीजिए शायद सटीक लिख सकूं

गुजरात का गरबा वैश्विक हो गया

  जबलपुर   का   गरबा   फोटो   अरविंद   यादव   जबलपुर जबलपुर   का   गरबा   फोटो   अरविंद   यादव   जबलपुर गुजरात   के व्यापारियो...