सोमवार, 1 नवंबर 2010
प्रकृति-प्रेम कथा :मल्हार ब्लाग पर है
पा.ना. सुब्रमणियन जी के ब्लाग मल्हार ब्लाग पर मुझे जो मिला उसे देख कर मन में प्रकृति प्रेम का नया संचार अनुभूत हुआ. उसे वर्णित करने मेरे पास अभी शब्द कम हैं. हिन्दी-अंग्रेजी में समान अधिकार विषय सामग्री भरपूर उपयोगी ही लाते हैं सुब्रमण्यम साहब. इसी पोस्ट के ज़रिये हम पहुंच गये यू-ट्यूब पर प्रस्तुत वीडियो The Tree Hugger - MAAC 24FPS Animation Awards 2009 तक आप भी ज़रूर जाएं देखें इस अनोखी प्रेम कथा को
अंग्रेजी पाठकों के लिए लिंक ये रही :-Thousand words in snap
साभार : मल्हार
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
गुजरात का गरबा वैश्विक हो गया
जबलपुर का गरबा फोटो अरविंद यादव जबलपुर जबलपुर का गरबा फोटो अरविंद यादव जबलपुर गुजरात के व्यापारियो...
-
तुम चुप क्यों हो कारण क्या है ? गुमसुम क्यों हो कारण क्या है ? जलते देख रहे हो तु...
-
पाकिस्तान में महिला अधिकारों को लेकर हम सब केवल इतना जानते हैं कि वहां महिलाओं को कोई खास अधिकार प्राप्त नहीं है। परंतु हिंदूकुश...
-
तूने दस्तक ज़रूर दी होगी..? मै वो आवाज़ नहीं सुन पाया कितनी आवाज़ें गिर्द मेरे हैं तेरा एहसास नही हो पाया ! ************** हर तरफ़ शोर ...
इसी के तर्ज पर था सुंदर लाल बहुगुणा का चिपको आंदोलन । सुंदर प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंमाँ तुजे सलाम ......
जवाब देंहटाएंप्रकृति के प्रति ममत्व को हृदयंगम करने में सहायक इस प्रविष्टि को अपने ब्लॉग पर स्थान देकर आपने हमें उपकृत किया. यह उस समाज के शहीदों के लिए एक श्रद्धांजलि है.
जवाब देंहटाएंबिल्कुल अलग ...... सुखद !!!
जवाब देंहटाएंBAHUT SUNDAR ,PRASANSANIY HAI HARDIK BHADHAI .....
जवाब देंहटाएं