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मंगलवार, 6 अप्रैल 2010

महफ़ूज़ अली की कविता वाली ती शर्ट पहनेंगे अमेरिकन

उस व्यक्तित्व को कौन पसंद न करेगा जिसका घर गोरखप्रुर / लखनउ /जबलपुर में कहां है कोई नहीं समझ पाया यानि सबके अपने प्यारे महफ़ूज़ मियां जितने  गोरखप्रुरके हैं उससे ज़्यादा  लखनउ  और जबलपुर के हो गये.....!
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”विशेष अनुरोध ”
मित्रो,
सादर अभिवादन, जैसा कि आप को ज्ञात होगा विगत कई दिनों से ब्लॉग जगत को स्वयं महफूज़ अली ने तथा अन्य लोगों ने अवगत करा ही दिया था कि उनकी एक कविता ''फायर,इस स्टील अलाइव''को नेन्सी डिकलमान ने टी-शर्ट पर मुद्रित करा कर उनके पास भेजा है. इसके प्रमाण उनके द्वारा मुझे उपलब्ध भी कराये जिसे मैने यहां मेलोडी ओफ़ लाइफ़ पर  इस गरज़ से दर्ज़ कर दिये थे ताकि किसी भी प्रकार का संदेह न हो जैसा कि कुछ लोगों ने व्यक्त किया है ! मित्रो जो भी तथ्य है उनसे हुई चर्चा के अनुरूप पोस्ट पर हैं . इस पर बेनामी टिप्पणी कर्ताओं क्रमश: ब्लाग समाचार,मीनिका,तथा स्वयं श्री अरविंद मिश्रा जी नें व्यक्तिगत खुन्नस निकाली जो उनके और महफ़ूज़ के बीच सम्भावित है  , अस्तु मिश्र जी को एक मेल के ज़रिये मैने अपनी बात कह दी है . महफ़ूज़ के बारे में उनका अभिकथन कम से कम इस सूचना युक्त पोस्ट पर गैर ज़रूरी था :-गिरीश बिल्लोरे मुकुल 
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अब  तो महफूज़ की तलाश  दुनिया की कई हस्तियों को है उनमें एक हैं बराक ओबामा और उससे पहले इन  मादाम  को

Helen Denne Schulte Professor of Nursing
Chancellor's Award
मान०बराक ओबामा
बराक ओबामा Described as a teacher who routinely challenges standard pedagogical practices, Nancy Diekelmann has shared her knowledge and educational research philosophies with New Zealand, the United Kingdom, Australia, Canada, the Figi Islands, Germany, France and Italy as well as with her students in Madison.
Nancy L. DiekelmannThe University Teaching Academy's first chair, Diekelmann also leads the profession of nursing in recognizing and rewarding nursing education, according to Vivian M. Littlefield, dean of the School of Nursing.
Diekelmann's own research feeds directly into her teaching. Says Littlefield, "She loves to teach and since her research is focused on teaching, she readily accepts assignments on a variety of levels and in many formats."
Her students agree that Diekelmann views life as an uninterrupted experience of learning. "She not only presented us with the required course material, but also bolstered our confidence and desire to step forward and learn more," concur Geralyn Summerbell and Valerie Pyne.
From the Department of Chemistry, James W. Taylor, current chair of the Teaching Academy, notes that Diekelmann's stylistic flexibility sets her apart pedagogically and also helped the fledgling academy develop into a bastion of teaching excellence. In addition, Taylor applauds Diekelmann's leadership in assisting new professors in organizing lesson material, developing good learning practices, understanding what motivates students and more.
Diekelmann, born in Chicago, is a UW-Madison alumna, earning her Ph.D. from the Department of Continuing and Vocational Education. Her M.S. is from Saint Xavier College; her B.S. is from Northern Illinois University. She has been on the nursing faculty since 1974.
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आज खूब दिनों के बाद महफूज़ भाई फुरसत में होगें तो बस न्योत लिए गए मिले  करना था पॉडकास्ट-रिकार्डिंग किन्तु कल रात से बुखार का शिकार पाडकास्टर सोच रहा था आज उनको मना करदूं किन्तु श्रीमती बिल्लोरे ने कहा :''आप को कौन सा खाना बनाना है आने दीजिये और उनको भी बुलाइए जो बाटी खाने के इच्छुक हैं मैं समझ गया कि आज महफूज़ भाई के साथ दीपेन्द्र सिंह बिसेन . एस ए सिद्दीकी जी, मनीष सेठ,मनीष शर्मा,आफिस वाली मंडली साथ होगी. सो हमने कहा हमारे मित्र महफूज़ जी से मिलना चाहतें हैं शायद ही खाना खायें '' पर गृह मंत्री के आदेश पर आनन् फानन फोन पे बताया भाई लंच के लिए मेरे घर आइये महफूज़ भाई से मुलाक़ात तो कीजिये साथ में लुफ्त उठाइये बाटीयों का लज़ीज़ भरता-दाल, आदि आदि . औपचारिक वार्तालाप  के बाद महफूज़ भाई घुल मिल गए मित्रों से . लखनऊ आने का न्योता-जबलपुर आते रहने की गुजारिश के बीच टीशर्ट पर छपी कविता,बराक जी का ख़त, अवध की शाम, गंजिंग आदि पे खूब बतियाया गया .एक दूसरे का दिल जीत के सब निकले अपने अपने काम पे और  मुझे मिल गया एक बार और मित्रों के साथ का सुख कि वाकई अच्छे दोस्त कभी-कभार ही ज़मा होते हैं .
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आग कभी मरती नहीं है 
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44 टिप्‍पणियां:

  1. भाई महफूज को इस उपलब्धी पर बहुत बहुत बधाई और भविष्य हेतु शुभकामनाऎँ!!!

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  2. महफूज तुम्हारा जवाब नहीं

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  3. बहुत अच्छा किया आपने बिलौरे जी जो ये पोस्ट आपने लगाई...
    खुशदीप जी ने अपनी पोस्ट 1st अप्रैल को लगाई जिसकी वजह से लोगों को लगा की ये सब मज़ाक है...मैंने भी यह जानकारी 2nd अप्रैल को दी, फिर भी शायद मूर्ख दिवस का असर था...
    आज वाणी से बात कर के मुझे और भी ज्यादा आश्चर्य हुआ कि लोग अभी भी इस खबर को मज़ाक ही समझ रहे हैं...
    इतनी बड़ी उपलब्धि को इस ब्लॉग जगत को सम्मान देना ही चाहिए....
    अब उत्तर प्रदेश राज्य सरकार भी महफूज़ अली को सम्मानित करने वाली है..और यह शत-प्रतिशत सही बात है....
    कहीं मैंने कमेन्ट पढ़ा था कि इसकी जानकारी नहीं है...तो हर बात कि जानकारी हर किसी को नहीं होती...
    लेकिन ये बात सही है...
    महफूज़ को दिल से दुआएं ...और बधाई...
    हमें नाज़ है उनपर ...

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  4. महफूज जी की जितनी भी तारीफ की जाए कम होगी .. उन्‍हें बधाई और शुभकामनाएं !!

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  5. अभी कल पाडकास्ट रेकार्ड करूंगा जी

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  6. एक बार पुनः महफूज को बधाई...बाटी तो हमारी भी ड्यू है महाराज भौजी के हाथ की बनी!!

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  7. mujhe bhi wah t-shart chahiye.... kisi ke paas ho to batana... Girish jee ya Mahfooz bhai kisi ke paas ho to mujhe bhi ek de dena...please

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  8. महफूज़ अब उस मकाम पर है जहां उसे किसी से सर्टिफिकेट लेने की ज़रूरत नहीं है...

    पढ़े लिखे के लिए फारसी क्या...जो हक़ीक़त है सबके सामने है...

    और महफूज़ को झूठ बोलने की क्या ज़रूरत है...अगर कोई ये समझता है कि टीआरपी बढ़ाने का खेल है तो महफूज़ कितना पॉपुलर है ये ब्लॉगवुड में हर कोई जानता है...यही वो शख्स है जो पोस्ट लिखे या न लिखे लेकिन इसका ग्राफ कभी नीचे नहीं आता...

    हैट्स ऑफ टू यू...महफूज़...

    जय हिंद...

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  9. सलीम जी
    कविता वाला टी शर्ट
    मेरे लिये थोडा कठिन काम है

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  10. koshish kijiye sir jee, jab ghar kii baat hai to yah utnee mushkil bhi nahin honee chahiye... main iske liye mahfooz bhai se bhi rabta qayam karunga... SHAYED MEREE MANOKAMNA POORI HO JAYEN...

    main bahut khush hounga jis din mujhe yah t-shirt milegee...

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  11. @ अदा जी,

    मैंने महफूज़ जी को फोन किया था और उन्होंने भी वो कमेन्ट देखा ..उन्होंने कहा कि वो शौक रह गए कि उस कमेन्ट को ऐसे इंसान ने लिखा जिसकी वो बहुत इज्ज़त करते थे. उस इंसान को वो देवता तुल्य समझते था, पर वो इंसान तुच्छ किस्म का निकला . उस इंसान कि सारी सीटिया बाज़ी की हरकत आपने व अन्य महिलाओं ने उन्हें बताई है.... फिर भी वो उस इंसान की बहुत इज्ज़त करते हैं....महफूज़ जी ने कहा कि 'मेरी गलती थी कि मैं अपना लेवल भूल गया था... और गलत इंसान को इज्ज़त दे बैठा..... मैं उस इंसान से पूछना चाहता हूँ कि क्या वो मेरी बराबरी कर सकते हैं? या क्या मैं उनकी बराबरी कर सकता हूँ....महफूज़ जी का कहना है कि वो इतना घटिया इंसान निकलेगा कि जिसे वो अपना समझते थे, वही उनके लिए बिना उनसे राय-मशवरा किये या बिना बात किये कैसे उनके बारे में लिख सकता है? महफूज़ जी बहुत शौक्ड हैं. महफूज़ जी तो उस इंसान को बहुत इज्ज़त देते थे. उस इंसान की सारी घटियाई समस्त ब्लॉग जगत कि महिलाएं भी जानतीं हैं और अदा जी आपके साथ तो उन्होंने बहुत ही घटिया व्यवहार किया है. आपके ब्लॉग पर डबल मीनिंग के कमेन्ट भी लिखे हैं. महफूज़ जी के पास आपके द्वारा व अन्य महिलाओं द्वारा दिए गए सारे सबूत हैं, चैट और मेल के रूप में. अगर महफूज़ जी वो सारे सबूत दें तो मैं उस व्यक्ति को बेनकाब कर सकता हूँ. मैंने तो बहुत कहा उनसे , लेकिन वो उस व्यक्ति की अभी भी बहुत इज्ज़त करते हैं. इसलिए नहीं दिया उन्होंने हो सके तो आप मुझे blogsamachar@gmail.com पर मेल कर दीजिये , मैं उस व्यक्ति को नाम समेत उजागर कर दूंगा. दरअसल यह व्यक्ति कुंठित है, यह व्यक्ति sexually बीमार है. श्री. महफूज़ जी अभी भी उस व्यक्ति की बहुत इज्ज़त करते हैं. आप ही समझाइए उन्हें. महफूज़ जी कभी भी किसी ऐसे व्यक्ति से ब्लॉग पर नहीं झगड़ते जो उनके लेवल का नहीं है. नहीं तो महफूज़ जी कितने "बड़े वाले वो " हैं वो उनके साथ रहने वाले जानते हैं. इज्ज़त देते हैं तो बहुत देते हैं, और मारते हैं तो इंसान को कहीं का नहीं छोड़ते. वो अपने आपको Scorpion कहते हैं. अगर वो अपने विरोधियों को सारी हदें पार करने के बाद भी इज्ज़त दे रहे हैं तो इसका मतलब यही होता है कि वो व्यक्ति बहुत जल्दी ही उनसे लात खाने वाला है. बाकी तो हम क्या लिखें , हम ख़ुद ही महफूज़ जी का इंतज़ार कर रहे हैं. फिलहाल तो अदा जी आप मुझे सब मेल करिए , मैं उस व्यक्ति को बेनकाब करूँगा. आदरणीय बिल्लोरे जी, आप ही बताइए आपको महफूज़ जी कैसे लगे? बहुत जल्दी रोने वाले इंसान हैं ना.....?

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  12. @

    saleem khan

    सलीम जी, फिलहाल तो ६ टी शर्ट आई हैं. जून -जुलाई से टी शर्ट भारत में उपलब्ध रहेगी. आप खरीद सकते हैं. और महफूज़ जी से तो आपके समबन्ध अच्छे हैं. आप उन्ही से मांग लीजिये.

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  13. यह टी शर्ट कहाँ उपलब्‍ध है बताए। अगले महिने ही हम अमेरिका जा रहे हैं और जाते ही खरीदना चाहते है। महफूज भाई को हम सब ब्‍लाग पर पढ़ना चाहते हैं वे चुप क्‍यों हैं? उन्‍हें मेरी शुभकामनाएं।

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  14. @ अदा ,
    मैंने सिर्फ ये कहा कि किसी को शंका थी कि कही ये अप्रैल फूल वाला मामला तो नहीं ...इसको इतनी गंभीरता से नहीं लेना चाहिए ....जिसने भी मुझसे पूछा ( कोई आप पर विश्वास कर के अपने मन की शंका जाहिर करता हो तो उसे इस तरह सार्वजानिक करना मुझे बिलकुल सही नहीं लगा /लगता ) ...उसकी शंका मात्र थी ...और अप्रैल महीने की शुरुआत को देखते हुए यह इतना अस्वाभाविक भी नहीं था ...खुद मैंने ही खुशदीप जी की पोस्ट को मजाक समझते हुए बधाई पेंडिंग रखी थी ...
    महफूज़ सबका दुलारा है ...महफूज़ पर किसे नाज़ नहीं होगा...उसकी उपलब्धि पर किसको ख़ुशी नहीं होगी ...यदि किसी के मन में कोई शंका थी और उसने पूछ लिया तो इतना ज्यादा आश्चर्य जताने जैसी कोई बात नहीं है ...बल्कि अपनी तरफ से बात साफ़ कर देना कि यह सही सूचना है ...काफी होता ...
    सच कहू ... इतनी छोटी बात को तिल का ताड़ बनता देख मुझे बहुत दुःख हुआ ...

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  15. @ खुश्दीपजी ,
    महफूज़ को किसी ने झूठा नहीं समझा ...बल्कि पोस्ट लिखने वालों पर अप्रैल फूल बनाने का शक किया और यह इतना अस्वाभाविक नहीं है जिसपर इस तरह प्रतिक्रिया व्यक्त की जाए ...अगर मुझसे किसी ने पूछा और मैंने पोस्ट लिखने वाले से उसे स्पष्ट कर लिया तो इतना बतंगड़ बनाने की कोई आवश्यकता नहीं है ...बल्कि महफूज़ भी अच्छी तरह जानता है कि वो मुझे ऑनलाइन मिलता तो मैं उसे छेड़ते हुए यही कहती कि कितनी लम्बी लम्बी फेंकता है ...और वो इस पर हे हे हे कर हँसता ना कि कोई तूफ़ान मचाता ....रिश्तों को सहेजना कोई महफूज़ से ही सीख ले ....ये सारी ग़लतफ़हमी महफूज़ के ऑनलाइन नहीं होने के कारण ही हो रही है ...

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  16. वाणी अगर तुम्हें ऐसा लगा तो मैं क्षमाप्रार्थी हूँ.....तुम्हारा दिल दुखाना मेरा इरादा कभी नहीं हो सकता ..ये तुम भी जानती हो...

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  17. गिरीश जी आपका इस प्रकार पोस्ट परोसना अच्छा लगा.
    पोडकास्टिंग ब्लोगिंग आप बखूबी करते हैं.

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  18. ब्लॉग समाचार जी आप हैं कौन ???
    मुझे नहीं लगता कि मैं आपको जानती भी हूँ....

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  19. एक बार और श्रीमान महफ़ूज़ को बधाई
    पार्टियाँ कितनी ड्यू हो गई, अब तो गिनती भी भूल चुके हैं हम

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  20. @ ब्लॉग समाचार

    मेरी अभी अभी बात हुई है महफ़ूज़ से
    और
    उन्होंने आपको पहचाना नहीं है, आपसे बात होना गलत बताया है और आपके द्वारा लिखी गई बातों से भी इंकार किया है

    बाकी अभी आते ही होंगे वह अपना लाठी-बल्लम किए हुए :-)

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  21. @ अदा
    तू जानती है मुझे तेरी किसी बात का बुरा नहीं लगता ...इसलिए क्षमाप्रार्थी होने जैसी कोई बात कह कर मुझे शर्मिंदा मत कर .....यहाँ मेरा नाम था इसलिए मुझे स्थिति स्पष्ट करनी पड़ी ...और तू ये भी जानती है कि मैं मामले को सुलझाना पसंद करती हूँ बजाय और उलझाने के ...

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  22. सम्पूर्ण मामले पर गौर किया रहीम जी याद आये
    ”कह रहीम कैसे ..... वे दोलत रस आपने इनके फ़ाटत अंग...?
    वाली दशा है . ब्लाग समाचार जी आप जो भी हों आपको क्या किसी को भी इस ब्लाग पर हंगामा मचाने की ज़रूरत नहीं है. मुझे सप्रमाण एक खबर मिली उस खबर में थी कि भाई महफ़ूज़ अली की कविता अमेरिका की किसी कम्पनी की टी शर्ट पर मुद्रित होगी. चूंकि महफ़ूज़ भाई जबलपुर में ही हैं सो बस हमने उनको खाने पे बुलाया और जान ली पूरी बात प्रमाण भी पेश किये ताकि कोई हमारी गत न बना दे . समाचार सीधा सपाट ये है कि एक हिंदुस्तानी को बराक जी ने बुलाया,उसे सम्मानित करेंगे सो हमारा मन किया कि ब्लागर से जुडी खबर है ब्लाग पे ही आये ...सो छाप दी.... अब हमको मालूम न था कि महफ़ूज़ नाम इतनी ”अनपच” पैदा करेगा..? मालूम होता तो लगा देते माडरेशन पर अपने जैसे सब होते तो इत्ती कलह काहे मचती....बताओ भला.

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  23. ब्लाग समाचार जी . वैसे तो मैं बिलकुल शांत मनोवृत्ति का व्यक्ति हूं किंतु एक बात साफ़ साफ़ कहे देता हूं कि हर उस व्यक्ति के लिये ठेठ जबलपुरिया हूं जो जबरन मेरे आंगन में आकर गंदगी फ़ैलाता है . रही बात आपकी और महफ़ूज़ भाई की टेलिफ़ोनिक बात चीत की सो महफ़ूज़भाई ने बताया कि:-”कोई,बडा फ़्राड व्यक्ति है जो ऐसी बात कर रहा है अगर आप कोई सही पर्सनालिटी हैं तो आ जाये फ़र्ज़ी नाम से बाहर वरना ऐसे कई एम आर डी सी रोज़ आते हैं”

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  24. अब ज़रा अपनी पहचान दें तो हम आपका यथा संभव सम्मान करें जिस तरह के सम्मान के आप योग्य हैं ?

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  25. सांच को आंच नहीं -मामला अंडर इन्वेस्टिगेशन है और उत्तर प्रदेश शासन द्वारा इसका असंज्ञान लिया जा चुका है .इससे अधिक इस समय कुछ बताना उचित नहीं होगा -बाकी सम्मान में कनाडा, जबलपुर ,छत्तीसगढ़ आदि से लोग जुट ही रहे हैं उस बह्व्य समारोह में जिसमे प्रदेश के आला अधिकारी और मुखिया रहेगें ही और ओबामा को भी शायद आम्न्तित किया गया है ....
    बात हर चीज की हद की होती है ....
    इतना हाईप क्रियेट करना जरूरी नहीं है -अगर बात गलत गयी तो महफूज भायी को लेने के देने पड़ जायेगें .उन्होंने कहा है की सी एम् उन्हें सम्मानित कर रही हैं और एक वरिष्ठ अधिकारी ने उनसे पासेस की संख्या पूँछी है -जबकि मैंने उस अधिकारी से बता की तो वे सशंकित से दिखे और कहा की ऐसा कोई कार्यक्रम अगले तीन माह तक नहीं है -
    और गुमनाम सज्जन ने बड़ी रोचक बाते बत्तायी हैं मेरे बारे में ..मजा आया गया -मतलब अगर कोई जेनुइन आशंका भी जाहिर कर दे तो उसके पीछे कुत्ते पड़ जायेगें ..... हा हा ....
    साच को आंच नहीं

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  26. There are some inadvertent typos in my earlier comments so this one afresh ....
    सांच को आंच नहीं -मामला अंडर इन्वेस्टिगेशन है और उत्तर प्रदेश शासन द्वारा इसका संज्ञान लिया जा चुका है .इससे अधिक इस समय कुछ बताना उचित नहीं होगा -बाकी सम्मान में कनाडा, जबलपुर ,छत्तीसगढ़ आदि से लोग जुट ही रहे हैं उस भव्य समारोह में जिसमे प्रदेश के आला अधिकारी और मुखिया रहेगें ही और ओबामा को भी शायद आमंत्रित किया गया है ....
    हर चीज की हद होती है ....
    इतना हाईप क्रियेट करना जरूरी नहीं है -अगर बात गलत गयी तो महफूज भायी को लेने के देने पड़ जायेगें .उन्होंने कहा है की सी एम् उन्हें सम्मानित कर रही हैं और एक वरिष्ठ अधिकारी ने उनसे पासेस की संख्या पूँछी है -जबकि मैंने उस अधिकारी से बात की तो वे सशंकित से दिखे और कहा की ऐसा कोई कार्यक्रम अगले तीन माह तक नहीं है -
    और गुमनाम सज्जन ने बड़ी रोचक बाते बत्तायी हैं मेरे बारे में ..मजा आ गया -मतलब अगर कोई जेनुइन आशंका भी जाहिर कर दे तो उसके पीछे कुत्ते पड़ जायेगें ..... हा हा ....
    मुझे डर है कुछ लोग नर्वस ब्रेकडाउन के कगार तक पहुँच चुके हैं -मेरे ह्रदय में सभी के प्रति स्नेह और सम्मान है -मित्रों जोश में होश मतखोयिये !

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  27. अरविन्द मिश्र जी
    मेरी सूचनात्मक पोस्ट का वाचन आपने किया ही है, टिप्पणि के लिये आभार . अति व्यसस्ता के कारण मैं जबलपुर में रह कर महफ़ूज़ भाई से मिल न सका था जैसे ही फ़्री हुआ उनको आमंत्रित किया. सम्पूर्ण चर्चा में नीचे लिखे बिंदु सामने आये
    महफ़ूज़ भाई नामक ब्लागर जी अंग्रेज़ी के उम्दा कवि हैं
    उनकी कविता का अमेरिका में टी-शर्ट पर मुद्रित हो चुकीं हैं जिसे वे लखनऊ जाकर पहन पायेंगे.
    रहा उत्तर-प्रदेश सरकार के द्वारा दिये जाने वाले सम्मान का सवाल सो महफ़ूज़ भाई ने बताया था कि भाई,अगर ऐसी कोई सूचना मिलती है तो मैं ज़रूर आप सभी के साथ ही जाऊन्गा वैसे ऐसी किसी तिथि का निर्धारण उत्तर-प्रदेश सरकार ने नहीं किया है, किंतु गोरखपुर में घर पर यह सूचना किसी ने फ़ोन पर दी जिसकी पुष्टि होने तथा तिथि का नियतन होते ही सभी को बताउंगा ..!
    अब समझा कि ब्लाग समाचार किधर से होकर गुज़र रहे हैं..?

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  28. यानि कि अब ब्लागर चीफ़ सेक्रेटरी महोदय उत्तर-प्रदेश अथवा अन्य सम्बन्धित विभाग से सम्मान की तिथि की पता साजी में जुट गये सो कुछ भाई दिल्ली की तरफ़ भी निकल जाएं ताकि भारत सरकार के द्वारा महफ़ूज़ का सम्मान कब किया जायेगा इस बात की पता साजी भी हो जाये लगे हाथ
    अब अगर ब्लागर से संबंधित कोई समाचार है तो ब्लाग पर टांक दिया तो हाइपिंग करना कैसा हुआ पंडित जी .... हाइप तो लोग करतें हैं ?
    इधर गूगल बाबा मुझ पर इत्ते खुश हैं कि दनादन एड-पे-एड दिये जा रये हैं एकाध चटका उस पर भी लगा दीजिये
    पंडित जी महाराज़ मिलके खुशी हुई आप मुझे पाडकास्ट इन्टर व्यूह कब दे रहें हैं ?

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  29. ये सब हंगामा क्यों हो रहा है ये लाल टी शर्ट वाली फोटो मैंने महेंद्र मिश्र जबलपुर में अपने कैमरे से उतारी है ...... मेरी फोटो पर सारी दुनिया में हंगामा ...कापी राइटा का मामला है बनता है . महफूज जी से पूछ लिगिये किसने उतारी थी ....हा हा हा
    पंडित महेंद्र मिश्र जबलपुर वाले

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  30. महेन्द्र भैया
    नमस्ते
    बराक साहब का खत कुछ देर में पेश किया जावेगा सब ठीक हो जायेगा अभी तो जो चल रहा है चलने दीजिये

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  31. एक बार और श्रीमान महफ़ूज़ को बधाई

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  32. ब्लॉगर भाई हो तो महफूज अली जैसा, अगर ब्लॉगर जगत से दूर भी रहे तो उसके विचार हमेशा हमारे बीच रहें ऐसे ही।

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  33. आजकल ब्लॉगजगत में फ़ालतू गप्पों के अलावा भी कुछ बाक़ी बचा हो तो ज़रूर ख़बर कीजिएगा।

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  34. @वाणी गीत जी,
    लगता है कुछ ज़बरदस्त गलतफ़हमी हो गई है...या कोई जान बूझकर ब्ल़ॉगर्स के बीच सौहार्द का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहा है...मैंने जो ये कहा कि महफूज़ को झूठ बोलने की ज़रूरत ही कहां है...इसका आप से तो कहीं लेना देना ही नहीं है...दरअसल एम वर्मा जी की पोस्ट पर एक कमेंट आया था जिसमें महफूज़ को लखनऊ में उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से सम्मानित किए जाने की जानकारी पर संशय व्यक्त किया गया था...मैंने उसी टिप्पणी के संदर्भ में ये बात कही थी कि महफूज़ को झूठ बोलने की ज़रूरत ही कहां...मुझे लग रहा है सब अपने हिसाब से कुछ का कुछ सोचे जा रहे हैं...महफूज़ की अंग्रेजी कविता, उसके अमेरिका में टी शर्ट पर छपने को लेकर अब कोई संशय नहीं रहा है...सबूत एक नहीं तीन-तीन पोस्ट में दिए जा चुके हैं...रही बात लखनऊ में सम्मान की तो इस पर भी सच क्या है जल्दी ही सामने आ जाएगा...गोरखपुर से महफूज़ को किसी ने जबलपुर में उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से सम्मानित किए जाने की जानकारी दी....मैं ये चाहता हूं कि ये ख़बर सौ फीसदी सही हो...ऐसा होने पर मुझे सबसे ज़्यादा खुशी होगी...लेकिन यहां मैं एक और संभावना को पूरी तरह नकार नहीं रहा...लगता है महफूज़ को पहली अप्रैल को ही ये फोन मिला होगा...क्या ये नहीं हो सकता कि किसी ने अप्रैल फूल बनाने की नीयत से महफूज़ से मज़ाक किया हो...ये सिर्फ मैं एक संभावना जता रहा हूं...इसलिए खुदा न करे ये ख़बर सही नहीं भी निकलती तो इस में तूफ़ान खड़ा होने जैसी कौन सी बात होगी...
    मेरा फिर अनुरोध है हम सब शांत भाव से सब संभावनाओं पर विचार करे और आपसी सौहार्द में गलतफहमी के कांटे को कहीं फटकने भी न दें...

    जय हिंद...

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  35. मैं तो बस उक्त तथ्यों को आधार मान कर व्यास मुनि और गणेश जी से महाभारत का उन्नीसवां अध्याय लिखने की सिफारिश करने जा रही हूँ

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  36. ज़रूर लिखता उन्नीसवां अध्याय किंतु
    महाभारत का उन्नीसवां पाठ इस वक्त दुनिया जी रही है

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  37. सुलभ जी
    यह पोस्ट तो बाटी के साथ परोसी है मज़ा आ गया कुछ लोग पचा न सके अफ़सोस बनाने में गडबड हो गई गोया

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  38. महफ़ूज भाई को बहुत बहुत बधाई, हमे तो दो दिन पहले पता चला

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गुजरात का गरबा वैश्विक हो गया

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