प्रेम का सन्देश देता ब्लॉग

Wikipedia

खोज नतीजे

मंगलवार, 5 फ़रवरी 2013

बस इसी आभासी दुनिया में उसका भी ठिकाना है :सुनीता शर्मा


वो हवा के झोंके सा आया .
मेरे तनहा जीवन में .
एक आस सजाने लगी .
मैं वीरान उपवन में ..
कब वो जीवन का .
एक हिस्सा बन गया .
रोज याद करूँ .
यादगार किस्सा बन गया .
न देखा उसे .
न जाना है ..
बस इसी आभासी दुनिया में
उसका भी ठिकाना है .
रोज शाम परिंदे की तरह ,
हम फेसबुक की डाल पर मिलते हैं .
करते हैं , एक दूजे से गिले शिकवे ..
फिर भी मिलने को तरसते हैं .
आज जुकर बर्ग की मेहरबानी .
की शब्दों का आकर मिला .
तनहा जिन्दगी में .
दोस्तों का संसार मिला .
इस अंतरजाल की ,
नवमी वर्षगाँठ में ..
हर दोस्त को दिल से दुआ है .
आभासी कहते हैं इसे जरुर .
पर इसने सत्य को जिया 

4 टिप्‍पणियां:

  1. waah .............facebook ki nawmi warshganth me dost ka ye tohfa hmen pasand aaya ...shukriya girish ji

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत गहन भाव और प्रेम की तलाश को संजोये एक सुंदर सी कविता..

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत खूब भाव पूर्ण प्रस्तुति

    आज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में
    एक शाम तो उधार दो

    मेरे भी ब्लॉग का अनुसरण करे

    जवाब देंहटाएं

टिप्पणियाँ कीजिए शायद सटीक लिख सकूं

गुजरात का गरबा वैश्विक हो गया

  जबलपुर   का   गरबा   फोटो   अरविंद   यादव   जबलपुर जबलपुर   का   गरबा   फोटो   अरविंद   यादव   जबलपुर गुजरात   के व्यापारियो...