प्रेम का सन्देश देता ब्लॉग

Wikipedia

खोज नतीजे

शनिवार, 23 जुलाई 2011

गीत प्रीत के गाने दो, प्रिय  मन  तक सुर जाने दो
तुम से मिल कर तेज हुई, धड़कन को समझाने दो
********************
मेरे प्रेमगीत में देखो -ताल तुम्हारी धड़कन की है
प्रीत है मुझसे कह देने में क्यों कर मन में अड़चन सी है
जो अंतस में सुलग रहा है, उसको बाहर आ जाने दो      
********************
किस बंधन ने बांध रखा है, प्रीत की निर्मल सी धारा को
रुका नीर सागर का भी ,नीर तो है किंतु खारा वो
मत रोको बेवज़ह नीर को, सहस-धार से बह जाने दो 
********************  

5 टिप्‍पणियां:

टिप्पणियाँ कीजिए शायद सटीक लिख सकूं

गुजरात का गरबा वैश्विक हो गया

  जबलपुर   का   गरबा   फोटो   अरविंद   यादव   जबलपुर जबलपुर   का   गरबा   फोटो   अरविंद   यादव   जबलपुर गुजरात   के व्यापारियो...