दो:- पीतल के पतीले में पपीता पीला पीला
एक मदारी नेक मदारी
आया लकड़ी टेक मदारी
ढीला ढाला भालू संग में
बंदर आया पहन सफ़ारी !!
देखा जो निक्की ने भालू
निक्कर गीला गीला …!!
पीतल के पतीले में पपीता पीला पीला
चुन्नू,मुन्नू,रिंकू,कुक्की
लक्की,विक्की,निक्की,चिक्की
झबरा काला देख के भालू
गुम थी सब की सिट्टी पिट्टी
देख के बंदर सब मुस्काये
था वो छैल छबीला !!
पीतल के पतीले में पपीता पीला पीला
डम डम डम डमरू बाजा
ठुमका भालू बंदर नाचा ,
नई नई करतब दिखलाई
बंद किया फ़िर खेल तमाशा !
निकले रुपए सिक्के फ़िक्के
आटा रोटी बाटी टिक्के
आटा रोटी बाटी टिक्के
निक्की भी बाहर ले लाया पीतल का पतीला
पीतल के पतीले में पपीता पीला पीला !!